नई दिल्ली Cyclone Yaas Meeting: पीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावित जिलों के नागरिकों को चक्रवात के दौरान क्या करें और क्या न करें के बारे में सलाह और निर्देश जारी करें और आसानी से समझने योग्य और स्थानीय भाषा में उसे उपलब्ध कराएं. पीएम ने विभिन्न हितधारकों यानी तटीय समुदायों, उद्योगों आदि को सीधे उनसे संपर्क करके और उन्हें संवेदनशील बनाकर उन्हें इस काम में शामिल करने की आवश्यकता के बारे में भी बात की।
PM नरेन्द्र मोदी ने चक्रवात ‘यास’ से उत्पन्न होनेवाली स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने चक्रवात ‘यास’ (Cyclone Yaas) से उत्पन्न होनेवाली स्थिति से निपटने के लिए संबंधित राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में कई मंत्री और अधिकारियों ने भाग लिया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि विभिन्न हितधारकों जैसे तटीय समुदायों, उद्योगों आदि से सीधे संपर्क करके और उन्हें संवेदनशील बनाकर राहत-बचाव कार्य की तैयारी की जाए. प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को तटीय इलाकों में रह रहे लोगों की समय पर निकासी सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. इसके साथ ही पीएम ने अधिकारियों से बिजली, टेलीफोन नेटवर्क के कटने का समय कम से कम करने को कहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि चक्रवात ‘यास’ के 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है, जिसमें हवा की गति 155-165 किमी प्रति घंटे से लेकर 185 किमी प्रति घंटे तक होगी. इससे पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में लगभग 2 से 4 मीटर के तूफान की चेतावनी भी दी है।