अल्मोड़ा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडे ने बताया कि जिला अस्पताल में हुई नाक की सर्जरी की शुरुआत
जिला अस्पताल अल्मोड़ा में एम्स से आए हुए कान नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ अंकुर गुप्ता ने कान के जटिल ऑपरेशन के बाद नाक के ऑपरेशन की भी शुरुआत कर दी है।
आज 55 वर्षीय अल्मोड़ा निवासी कमला देवी का जिनकी नाक की हड्डी गिरने की वजह से टूट गई थी जिसकी वजह से उनकी नाक का आकार विकृत हो गया था का सुन कर के दिनांक 17/05/2022 कोसफल ऑपरेशन डॉ अंकुर गुप्ता द्वारा किया गया।
इस ऑपरेशन में नर्स मीनू, हिमानी, रोजलिन, भास्कर एवं ओटी टेक्निशियन गणेश, तथा डॉ कविता एवं डॉ मनोरंजन पंत एनेस्थीसिया विशेषज्ञ ने सहयोग किया।
डॉ अंकुर गुप्ता ने इस सर्जरी को भी स्वयं के उच्च गुणवत्ता के औजारों एवं उच्च तकनीक की मशीनों से किया ।
इस तरह जिला अस्पताल के स्तर पर मेडिकल कॉलेज के स्तर की स्वास्थ्य सेवा आयुष्मान एवं बीपीएल योजना के तहत मरीजों को निशुल्क उपलब्ध हो रही है।
से अब कान के बाद नाक के सामान्य ऑपरेशन हेतु भी अब पहाड़ के मरीजों को मैदानों के महंगे अस्पताल की तरफ रुख नहीं करना पड़ेगा।
जहां एक और बेस अस्पताल में महज ₹200 के उपकरण ना हो पाने की वजह से विगत 1 वर्षों से पाइल्स की सर्जरी नहीं हो पा रही है ऐसे समय में डॉ अंकुर गुप्ता स्वयं के व्यय पर एंडोस्कोप माइक्रो मोटर माइक्रोस्कोप एंडोस्कोपी यूनिट एंड पीस हैडलाइट ऑटोस्कोप लाइट सोर्स कान नाक एवं गला की सर्जरी के उपकरण क्रय कर मरीजों के हित में सर्जरी कर रहे हैं।
शासकीय स्तर पर उपकरणों एवं औजारों को क्रय करने हेतु जब 3 बार आवेदन देने के पश्चात भी कोई समाधान नहीं हुआ तब डॉ अंकुर गुप्ता द्वारा मरीजों की सेवा हेतु उपरोक्त वर्णित एवं उपकरणों को निजी व्यय पर क्रय किया जिनकी अनुमानित कीमत लगभग ₹1000000 है।
नगर के सामाजिक कार्यकर्त्ता संजय पांण्डे ने भी इस उपलब्धि पर डॉक्टर अंकुर गुप्ता व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक का आभार व्यक्त किया है साथ ही यह भी अनुरोध किया है कि समस्त अस्पताल में डॉक्टरों को ऑपरेशन में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाया जाय,इस समय अल्मोड़ा में हड्डी रोग विशेषज्ञ भी नही है जिस कारण यहाँ हड्डी के रोगों का इलाज नही हो रहा है उन्होंने हड्डी रोग विशेषज्ञ को तैनात करने की मांग की है,साथ ही यह भी निवेदन किया है कि रोगियों को अनावश्यक रूप से बाहर के टेस्ट व दवाइयाँ न लिखे जाय, जो भी डॉक्टर मरीज की सहमति के बैगर बाहर की दवाएं लिख रहे है उन पर कठोर कार्यवाही की जाय, साथ ही अच्छे कार्य करने वाले डॉक्टर व चकित्सा कर्मियों को प्रोत्साहित भी किया जाय। सरकार द्वारा अनुबंधित चंदन लैब में होने वाले टेस्ट की जानकारी लोंगो को उपलब्ध करवाई जाय। इसके लिये वे स्वयं प्रदेश के स्वास्थ निदेशक,व कुमाऊ निदेशक स्वास्थ से कई बार फ़ोन पर वार्ता भी कर चुके है।
*अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुसुम लता का कहना है कि डॉक्टर अंकुर गुप्ता अपने निजी खर्च से लिए उपकरणों से मरीजों के नाक,कान के जटिल ऑपरेशन कर रहे है।अल्मोड़ा में जटिल ऑपरेशन होना अस्पताल के लिए भी उपलब्धि है उच्च स्तर की चकित्सा सेवा मरीजों को जिला अस्पताल में मिल रही है।