राज्य में चार धाम यात्रा (Uttarakhand Char Dham Yatra) को इस बार श्रद्धालुओं का जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है। हाल ये है कि चार धाम यात्रा के लिए अब ऑनलाइन से लेकर ऑफलाइन पंजीकरण तक बंद कर दिया गया है।
पर्यटन विभाग ने इस संबंध में एक सलाह भी जारी कर दी है। विभाग के अनुसार चारधाम यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए उपलब्ध स्लॉट के अनुसार पंजीकरण करवाने के उपरांत ही अपना टिकट और आवास बुक करें।
विभाग के मुताबिक अगले 07 दिनों की अवधि हेतु चारों धामों के सभी स्लॉट बुक होने के चलते यात्रा के लिए काउन्टर अथवा पोर्टल पर पंजीकरण उपलब्ध नहीं है। जैसे ही पंजीकरण के स्लॉट उपलब्ध होंगे, वैसे ही श्रद्धालुओं का पंजीकरण यथावत सुचारू हो सकेगा। साथ ही सभी फिजिकल ऑफलाइन काउंटर यथावत बने रहेंगे।
ट्रैवल एजेंटों के झांसे में न आएं
उत्तराखंड चार धाम यात्रा (Uttarakhand Char Dham Yatra) के लिए आ रहे लोगों के लिए पर्यटन विभाग ने एक सलाह ट्रैवल एजेंटों से बचने की भी दी है। विभाग के अनुसार कुछ ट्रैवल एजेंट ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों के स्लॉट की बुकिंग कराकर उसी दिन तीर्थ यात्रियों को लेकर दर्शन के लिए रवाना हो जा रहे हैं। मार्ग में पुलिस द्वारा रजिस्ट्रेशन की जांच किए जाने पर ऐसे वाहनों को रोक दिया गया और तीर्थ यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा।
सभी काउंटर बंद रहेंगे
विभाग ने कहा है कि अगले 7 दिनों के भीतर वाहन क्षमता के अनुसार कोई रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध ना होने के कारण फिलहाल बुकिंग को अगले 07 दिनों तक के लिए बंद किया गया है, यद्यपि सभी स्थानों पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर यथावत बने रहेंगे और तत्काल अर्थात अगले 7 दिनों के भीतर यात्रा करने वाले श्रद्धालु प्रत्येक धाम की धारण क्षमता के अनुरूप रजिस्ट्रेशन slot उपलब्ध होने की दशा में यहां से अपना पंजीकरण करवा सकेंगे।
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सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा धारण क्षमता के अनुसार यात्रियों को पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई है जिसके अनुसार आगामी एक सप्ताह में चार धामों में पहुंचने वाले यात्रियों के सभी स्लाट बुक हो गए हैं। जो यात्री ऋषिकेश अथवा अन्य निर्धारित स्थानों पर पंजीकरण के लिए आते हैं उन्हें केवल एक सप्ताह के भीतर के स्टॉल में ही एडजस्ट किया जाएगा वे फिजिकल काउंटर पर आकर एक सप्ताह से के बाद का बुकिंग नहीं कर पाएंगे।
पंजीकरण अनिवार्य
आपको बता दें कि इस बार चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। बिना पंजीकरण के आप धामों में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए स्लॉट व्यवस्था लागू की गई है। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से ऑनलाइन और फिजिकल काउंटरों के माध्यम से तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। तीर्थयात्रियों को यूटीडीबी की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तराखंड की सीमा सहित यात्रा मार्ग पर कुल 18 से 20 केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।