रामनगर यहां के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य एवं श्री तारा प्रसाद दिव्य पंचागम् के संपादक आचार्य डॉ रमेश चंद्र जोशी जी के नेतृत्व में सभी उत्तराखंड के ज्योतिषाचार्यों से श्रावणी उपाक्रम के संदर्भ में सभी महत्वपूर्ण ज्योतिषाचार्य एवं कर्मकांड वेत्ताओं से सीधे संवाद कर सभी का पक्ष लिया गया जिसमें सभी ने रक्षाबंधन और श्रावणी उपा क्रम को लेकर अपने विचार रखे और साथ ही सभी ने एकमत स्वर में कहा कि रक्षाबंधन 11 अगस्त को ही मनाया जाएगा क्योंकि 11 अगस्त को पूर्णमासी का होना और भद्रा का पाताल लोक में होना धरती लोग के लिए अशुभ नहीं है इस कारण रक्षाबंधन और श्रावणी उपा क्रम बिना किसी भय और संकोच को छोड़कर 11 अगस्त को ही मनाया जाएगा साथ ही विद्वानों ने स्पष्ट किया कि 12 अगस्त को पूर्णिमा तिथि लगभग क्षय है क्योंकि श्रावणी उपाक्रम के मनाने में लगभग 5 से 6 घंटे लगते हैं ऐसे में 12 अगस्त को पूर्णिमा तिथि का अभाव होने से प्रतिपदा तिथि में रक्षा व यज्ञोपवीत कैसे पहना जा सकता है इस विषय पर अपने अपने सुझाव और प्रस्ताव दिए जिसका सर्वमान्य यह निर्णय सभी को स्वीकार हुआ कि पाताल लोक में भद्रा होने के कारण जो डर समाज के अंदर उत्पन्न किया जा रहा है वह निर्मूल है उत्तराखंड ज्योतिष रत्न डॉक्टर चंडी प्रसाद थपलियाल जी उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद वेदांग व धर्म संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ शैलेश कुमार तिवारी जी वह अखिल भारती ज्योतिर्लिंग परिषद के अध्यक्ष डॉ कृष्ण दत्त शर्मा जी द्वारा 11 अगस्त को रक्षाबंधन व श्रावणी उपाकर्म मनाने पर सहमति दी गई है इसके अलावा अल्मोड़ा उत्तराखंड के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य पंडित डा मदन मोहन पाठक,वरिष्ठ देवाग्य देवघर दैवज्ञवर वह कथा वाचक आचार्य गंगा प्रसाद जोशी जी बेरीनाग सुप्रसिद्ध कथावाचक रमेश चंद्र मठपाल गौदास महराज द्वाराहाट पंडित घनश्याम तिवारी कालाढूंगी पंडित केशव जोशी आचार्य घनश्याम जोशी पंडित ललित पांडे ,पंडित ललित तिवारी रामनगर पंडित भवन चंद्र जोशी दिल्ली डॉक्टर मंजू जोशी हल्द्वानी आचार्य मोहन शास्त्री जी आचार्य नवीन जोशी जी पंडित रविशंकर जोशी जी आचार्य सुरेश पंत जी हरिद्वार पंडित दीपक लोहनी जी रुद्रपुर पंडित प्रकाश लोहनी जी आचार्य जीवन चंद्र जोशी हल्द्वानी आचार्य चंद्र शेखर त्रिपाठी जी हल्द्वानी पंडित योगेश बिष्ट जी हल्द्वानी डॉ मोहन चंद्र पांडे बाजपुर पं आलोक मिश्र जी काशीपुर,पं ललित पाण्डे जी ,पं दिनेश पाण्डे जी ,पं महेश पाण्डेजी मुम्बई,पं जे सी पन्त जी ,पं रमेश पाण्डे जी ,पं नवीनचन्द्र भट्टजी (पिथौरागढ़)पं गिरीश काण्डपाल जी ,पं रविशंकर शास्त्री जी (लखनऊ)डॉ कीर्ति बल्लभ शक्टा जी,आचार्य वसन्त बल्लभ पाण्डे जी (चम्पावत)पं नवीन पाण्डे जी (लखनऊ )पं एन के खोलिया (पालघर)प्रधानाचार्य महेशानन्द सुयाल जी (सल्ट)पं दीप त्रिपाठी जी (द्वाराहाट) आचार्य सुरेश कुमार भट्ट (खटीमा)पं गणेश जोशी रामगढ सभी ने एक मत एक स्वर में कुमाऊं में रक्षाबंधन 11/8/2022 को मनाने पर अपनी अंतिम सहमति जताई है और कहा है भद्रा को लेकर कोई संशय नहीं है क्योंकि पाताल लोक के भद्रा धरती पर कोई हानि नहीं पहुंचाते अर्थात शुभ हैं कुल मिलाकर श्रावणी उपाक्रम और रक्षाबंधन 11/8/2022 को ही मनाया जाएगा