जहां भाजपा जिताऊ फार्मूले को लागू करने के लिए कटिबध्द है और प्रदेश में ऐसे उम्मीदवारों को खड़ा करना चाहती है जो सीट निकाले परंतु टिकट कटने के डर से कई उम्मीदवारों में खींचतान शुरू हो गई है जहां पुराने उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं वहीं कुछ नये उम्मीदवार भी अपनी उम्मीदवारी ठोक चुके हैं ऐसे में भाजपा के लिए सर्वमान्य व्यक्ति चुनना एक टेढ़ी खीर है जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान अपनी उम्मीदवारी से पिछे नहीं हटना चाहते वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रादेशिक उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा अपनी प्रबल दावेदारी ठोक चुके हैं यहां तक कि उन्होंने विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान को याद दिलाया कि पिछले चुनाव में आपने कहा था कैलाश शर्मा मेरा छोटा भाई है अगले चुनाव में उसे लड़ाया जाएगा पर कैलाश शर्मा की राह भी इतनी आसान नहीं है इसके अलावा कुछ अन्य नाम है जो भाजपा के दिग्गज नेताओं के करीबी हैं और अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं ऐसे में भाजपा के अंदर टिकट को लेकर घमासान हो सकता है डर तो ये भी है कहीं फिर से कोई बगावत पर उतारू न हो जाए खैर ये सब देखने वाली बात है

