अल्मोड़ा –
पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा के कुशल निर्देशन में अल्मोड़ा पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में थाना देघाट क्षेत्र में 03 कुख्यात गांजा तस्करों पर उत्तर प्रदेश गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1986 (गैंगस्टर एक्ट) के तहत सख्त कार्यवाही की गई है।
दिनांक 17.07.2025 को थानाध्यक्ष देघाट दिनेश नाथ महन्त द्वारा FIR NO-16/2025 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट में अभियोग पंजीकृत कर तीनों तस्करों के विरुद्ध विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।
घटना विवरण:
दिनांक 05.05.2025 को देघाट पुलिस टीम द्वारा चेकिंग के दौरान टाटा नेक्सॉन कार (नं. DL14-CJ-1385) से 03 कट्टों में कुल 29.986 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया था। इस मामले में FIR NO-11/2025 धारा 8/20/60 NDPS ACT के अंतर्गत अभियोग दर्ज किया गया था। बरामद गांजे की कीमत लगभग 7 लाख रुपये आंकी गई थी।
गिरफ्तार किए गए तस्कर एक संगठित गिरोह बनाकर देघाट क्षेत्र सहित अन्य जनपदों में गांजे की तस्करी कर अवैध धन अर्जित कर रहे थे और युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में धकेलने का कार्य कर रहे थे।
इस गिरोह का लीडर हिमांशु रावत (ठाकुर) ऊर्फ मकाऊ है, जो पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मामलों में संलिप्त पाया गया है।
हिमांशु रावत (ठाकुर) ऊर्फ मकाऊ – आपराधिक इतिहास:
1. मु0अ0स0- 11/2025, धारा 8/20/60 NDPS ACT, थाना देघाट
2. मु0अ0स0- 464/2021, धारा 8/20 NDPS ACT, थाना रामनगर, जनपद नैनीताल
3. मु0अ0स0- 578/2021, धारा 323/341/504 IPC, थाना रामनगर
4. मु0अ0स0- 37/2023, धारा 3/5 Arms Act, थाना रामनगर
5. मु0अ0स0- 363/2023, धारा 34/307 IPC, थाना रामनगर
6. मु0अ0स0- 531/2023, धारा 147/148/307/323/504/506 IPC एवं 3/5 Arms Act, थाना रामनगर
अन्य अभियुक्त:
कमल सिंह, उम्र 21 वर्ष, पुत्र राजेन्द्र सिंह, निवासी ग्राम सरकथल, थाना टांडा, जिला रामपुर (उ.प्र.)
दीपक कुमार, उम्र 31 वर्ष, पुत्र कमल राम, निवासी ग्राम चक्करगांव, थाना सल्ट, जिला अल्मोड़ा
(उपरोक्त दोनों अभियुक्तों पर भी FIR NO-11/2025 NDPS ACT के तहत अभियोग पंजीकृत है।)
पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा के नेतृत्व में अल्मोड़ा पुलिस द्वारा जनपद में नशे के विरुद्ध लगातार कठोर अभियान चलाया जा रहा है। नशे के कारोबार से जुड़े अपराधियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है।
इस साहसिक और सराहनीय कार्रवाई के लिए थाना देघाट पुलिस टीम विशेष रूप से बधाई की पात्र है।
“जनपद को नशा मुक्त बनाने की दिशा में यह एक और प्रभावशाली कदम है।”

