थल (पिथौरागढ़)। आदर्श ग्राम सभा बलतिर में पिछले वर्ष हुआ भूस्खलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार दरकती पहाड़ियां और खिसकती मिट्टी ग्रामीणों के लिए बड़ी चिंता का कारण बनी हुई हैं।
गांव के कई परिवारों को पिछले वर्ष घर खाली करने पड़े थे। खेती की जमीन बर्बाद हो चुकी है और बाजार क्षेत्र में पड़ी दरारों से व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। लोग रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने में कठिनाई झेल रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षा दीवार, नाले की मरम्मत और ढलानों के संरक्षण जैसे जरूरी कार्य आज भी अधर में लटके हुए हैं। कई बार गुहार लगाने के बावजूद प्रशासन और विभाग केवल सर्वे और निरीक्षण तक ही सीमित रहे हैं।
ग्रामीणों की आशंका है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो बलतिर गांव भी अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों की तरह पूरी तरह तबाही का शिकार हो सकता है।

