🌺 कामिका एकादशी व्रत विशेष लेख 🌺
(दिनांक: 21 जुलाई 2025, सोमवार | स्थान: अल्मोड़ा/हल्द्वानी)

॥ ॐ श्री गणेशाय नमः ॥
श्री संवत् 2082, शाके 1947, सिद्धार्थी नाम संवत्सर
ऋतु – वर्षा | पक्ष – श्रावण कृष्ण | तिथि – एकादशी
चंद्रमा – वृषभ राशि | योग – वर्धमान नाम योग | वार – सोमवार
राहुकाल – प्रातः 07:05 से 08:48 तक (शुभ कार्य वर्जित)
अभिजित मुहूर्त – 11:47 से 12:42 तक (शुभ कार्य वर्जित)
🔱 कामिका एकादशी व्रत का महात्म्य: धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्रदायिनी
श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है। यह व्रत सभी एकादशियों में अत्यंत पुण्यदायी और फलदायक मानी जाती है। यह न केवल पापों का नाश करती है, बल्कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – चारों पुरुषार्थों को प्रदान करने वाली है। इस दिन व्रत, उपवास, व्रत-कथा पाठ और भगवान श्रीहरि विष्णु का पूजन करने से जीवन में समस्त पापों से मुक्ति प्राप्त होती है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
📜 पुराणों में वर्णन:
पद्मपुराण, विष्णुधर्मोत्तर पुराण एवं ब्रह्मवैवर्त पुराण में कामिका एकादशी का महात्म्य विस्तृत रूप से वर्णित है। इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य करोड़ों यज्ञों के बराबर फल प्राप्त करता है। जो इस दिन भगवान विष्णु के संग श्री शिवजी का पूजन करता है, वह विशेष कृपा का पात्र बनता है।
🕉️ व्रत एवं पूजन विधि:
1. पूर्व रात्रि में सात्विक आहार लेकर व्रत का संकल्प लें।
2. प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।
3. भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें।
4. पंचोपचार या षोडशोपचार विधि से पूजन करें –
गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य अर्पण करें।
विष्णु सहस्रनाम, कामिका एकादशी व्रत कथा का पाठ करें।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
5. इस दिन श्री शिव पूजन एवं जलाभिषेक भी परम पुण्यकारी माना गया है।
6. रात्रि में जागरण व भजन-कीर्तन करें।
7. द्वादशी तिथि को ब्राह्मण या किसी योग्य व्यक्ति को दान-दक्षिणा देकर व्रत पारण करें।
🔮 ज्योतिषीय दृष्टिकोण से आज का दिन:
आज वृषभ राशि में चंद्रमा स्थित हैं तथा वर्धमान योग बना है। यह योग परिश्रम से सफलता दिलाने वाला है।
सोमवार एवं एकादशी का अद्भुत संयोग भगवान शिव और विष्णु – दोनों की कृपा दिलाने में सहायक है।
राहुकाल प्रातः 7:05 से 8:48 तक रहेगा, अतः इस समय कोई भी शुभ कार्य वर्जित रहेगा।
🌟 राशिफल संक्षेप:
मेष: कार्य में उन्नति, धार्मिक कार्यों में भागीदारी
वृषभ: विरोधियों पर विजय, आर्थिक विस्तार
मिथुन: विवाद से बचें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें
कर्क: संपत्ति लाभ, प्रतिष्ठा में वृद्धि
सिंह: आर्थिक उन्नति, पदोन्नति के योग
कन्या: स्वास्थ्य लाभ, पारिवारिक सहयोग
तुला: दौड़-भाग, वाद-विवाद से बचें
वृश्चिक: विद्यार्थियों को सफलता, मांगलिक कार्य
धनु: व्यवसाय में लाभ, प्रेम में सफलता
मकर: पारिवारिक आनंद, विरोधी पराजित
कुंभ: यात्रा से बचें, लेन-देन में सावधानी
मीन: स्वास्थ्य लाभ, प्रतिष्ठा में वृद्धि
🔱 पूजन मंत्र:
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय॥
🌿 शिव पूजन मंत्र (जलाभिषेक हेतु):
ॐ नमः शिवाय॥
🌸 विशेष सुझाव:
👉 आज व्रत न कर पाने वाले व्यक्ति भी भगवान विष्णु और शिवजी का स्मरण करें, फलाहार करें और कम से कम एक माला “ॐ नमः शिवाय” तथा “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्रों की अवश्य जपें।
👉 कामिका एकादशी का व्रत करने वाला व्यक्ति अगले जन्म में उत्तम कुल में जन्म पाता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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🪔 ध्यान रखें:
धार्मिक आस्था, नियमित साधना एवं संतुलित जीवनशैली से ही व्यक्ति सच्चे सुख और समाधान की ओर बढ़ सकता है।
🙏 कामिका एकादशी व्रत की आप सभी को शुभकामनाएं।
भगवान श्रीहरि विष्णु एवं भोलेनाथ की कृपा आप पर सदैव बनी रहे।

