पहलगाम नरसंहार के विरोध में भाकियू एकता शक्ति का आक्रोश, सीमा पार कार्रवाई की मांग
*देहरादून, 3 मई :* भारतीय किसान यूनियन, एकता शक्ति उत्तराखंड ने आज उत्तरांचल प्रेस क्लब, देहरादून में पहलगाम में हुए बर्बर नरसंहार के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक प्रेस वार्ता आयोजित की। संगठन ने केंद्र सरकार से पुरजोर मांग की है कि घटना के दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी पकड़ से बाहर हैं और उनके आका पड़ोसी मुल्क में सुरक्षित पनाह ले रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र दत्त शर्मा ने अपने तीखे संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय विश्व के सबसे शक्तिशाली नेताओं में से एक हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि इस बार भारत निर्णायक लड़ाई नहीं लड़ता है, तो आतंकवादी, कट्टरपंथी और दुश्मन ताकतें देश को कमजोर समझेंगे और वैश्विक स्तर पर भारत की छवि धूमिल होगी। श्री शर्मा ने वर्तमान संकट की घड़ी में कुछ नेताओं के पाकिस्तान के प्रति नरम रुख अपनाने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि देश पर युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं और ऐसे समय में कुछ लोग पाकिस्तान द्वारा पानी रोके जाने पर दुख व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे नेताओं को पाकिस्तान भेजने की बात कही और उनकी कड़ी निंदा की।
भाकियू एकता शक्ति के संरक्षक ब्रह्मचारी हरि किशन किमोठी ने पाकिस्तान और उसकी आतंकवादी सेना से लगातार मिल रही चुनौतियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अब तक पच्चीस लाख लोगों का नरसंहार हुआ है और लगभग पाँच लाख कश्मीरी पंडित विस्थापित जीवन जीने को मजबूर हैं। उन्होंने बंगाल, मणिपुर, हैदराबाद और अन्य कई राज्यों में कट्टरपंथियों और आतंकवादियों द्वारा हिंदुओं के उत्पीड़न का भी उल्लेख किया। श्री किमोठी ने मौजूदा हालातों को गंभीर बताते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने नागरिकों को वापस लेने को तैयार नहीं है और उसने अटारी बॉर्डर पर सीमा बंद कर दी है, जहां पाकिस्तानी नागरिक भूखे मरने की स्थिति में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी जनरल अज्ञात स्थानों पर छिपे हुए हैं और उनके परिवार पाकिस्तान छोड़कर अमेरिका चले गए हैं। श्री किमोठी ने जोर देकर कहा कि भारत को यह मौका नहीं चूकना चाहिए और यह पाक अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के.) पर कब्जा करने का सबसे सुनहरा अवसर है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भाकियू एकता शक्ति उत्तराखंड इस महत्वपूर्ण घड़ी में सरकार के साथ खड़ी है।
इस प्रेस वार्ता में स. तरनजीत चड्ढा, राकेश बंसल, एड.एन.के.गुप्ता, वसीम गुड्डू, राजकुमार छाबड़ा, जितेन्द्र सेमवाल, अकील खान, पूजा राजपूत, अमर सिंह यादव, गौतम पंडित, रियासत, राजीव पासी, अशोक पंडित, प्रशांत पंडित, संजय चौहान, दीपक अग्रवाल, अमन वर्मा, प्रशान्त बडोनी, अनिल प्रजापति, राज कुमारी, संदीप भारती, गजेन्द्र साहनी, अनिल कुमार, सलीम अहमद, कविता नेगी, सुमित सिंघल, मोहन भट्ट, मो० अकबर सिद्दीकी, अर्जुन पाराशसर, मुकेश साहनी सहित कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में पहलगाम नरसंहार की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग का समर्थन किया।






