हल्द्वानी उत्तराखंड के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित डा मदन मोहन पाठक ने बताया कि आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत सहित मध्य पूर्व पश्चिम एशिया आदि स्थानों पर दिखाई देगा इस ग्रहण का सूतक रात्रि शेष 4.28 प्रातः से प्रारंभ हो जाएगा पंचाग केन्द्र में सूर्यास्त 17.29 बजे होने के कारण यह ग्रस्तास्त मोक्ष होगा लेकिन जिन स्थानों में सूर्यास्त 17.29 के बाद 18.30 से पूर्व होगा वहां इसका मोक्ष तत्स्थानीय सूर्यास्त के साथ होगा जैसे दिल्ली में 17.42, मुम्बई में 18.09 बजे यह सूर्यग्रहण ग्रस्तास्त होगा ग्रहण का स्पर्श 4.28 मिनट,मध्य 17.28, मोक्ष 17.29 पर होगा
विशेष सावधानी जो आपको बरतनी चाहिए खासकर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए घर के अंदर रहे जल में दूब तुलसी का पत्ता डाल दें तभी जल पिवें हालांकि बुजुर्ग बच्चे और बिमार ग्रहण के दोष से मुक्त हैं सतोगुण युक्त भोजन करें जो स्वास्थ्य से एकदम ठीक है वे सूर्यग्रहण का सूतक मानें तो 12 घंटे पहले से माना जाएगा
बारह राशियों पर ग्रहण का प्रभाव
मेष राशि आपके यह ग्रहण सम्मान पर ठेस पहुंचाने वाला है अतः इस ग्रहण को न देखें और भगवान महामृत्युंजय का जाप करें
वृषभ राशि आपके लिए यह ग्रहण शुभ है सुख सम्पत्ति में वृद्धि होगी राज्य पक्ष से लाभ मिलेगा
मिथुन राशि यह ग्रहण आपके लिए अत्यन्त शुभ फल प्रदान करने वाला है धन लाभ रहेगा
कर्क राशि धनहानि होगी शत्रु बाधा बढ़ सकती हैं कुल मिलाकर ग्रहण आपके लिए हानिप्रद है
सिंह राशि ग्रहण के फल मध्यम हैं शारीरिक मानसिक कष्ट संभव है
कन्या राशि ग्रहण के फल अशुभ हैं धन हानि होगी स्वास्थ्य नरम रहेगा
तुला राशि ग्रहण के फल शुभ है आपको लक्ष्मी की प्राप्ति होगी आजिविका में लाभ रहेगा
वृश्चिक राशि ग्रहण के फल अशुभ है रोग शारीरिक कष्ट संभव है
धनु राशि अशुभ फल देने वाला है संतान पक्ष पर चिंता मन खिन्न रहेगा
मकर राशि उत्तम फल कारक है शारीरिक रूप से सुख मिलेगा
कुंभ राशि हानिकारक फल है जीवन साथी को कष्ट हो सकता है
मीन राशि अशुभ फल देने वाला है शारीरिक मानसिक कष्ट संभव है
सभी राशियों के लोग भगवान शिव शंकर जी की पूजा अर्चना करें गायत्री मंत्र का जाप करें कमसे कम 11 माला नव ग्रहों का पूजन हवन जप दान करना शुभ रहेगा
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य पंडित डा मदन मोहन पाठक मोबाइल नंबर 9411703908
सूतक लगने पर पूजा-पाठ,धार्मिक अनुष्ठान और शुभ काम नहीं करना चाहिए।
-बच्चे, बुर्जुगों व मरीजों को छोड़कर किसी को कुछ खाना और पीना नहीं चाहिए।
-ग्रहण के दौरान आराध्य का नाम मन में जप करना चाहिए।
-गर्भवती स्त्रियों को इधर-उधर घूमना नहीं चाहिए।
-गर्भवती महिलाएं ग्रहण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान अवश्य करें।
-ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कोई भी नुकीली चीज का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
-सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से बचना चाहिए।
-खाने-पीने की सामग्री में तुलसी की पत्ती डाल देना चाहिए।
-ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगाजल छिड़ककर स्नान करना चाहिए।
-ग्रहण के दौरान तुलसी समेत किसी पेड़-पौधों नहीं छूना चाहिए।

