अल्मोड़ा दिनांक 18/4/2022 देवभूमि न्यूज पोर्टल को एक इंटरव्यू के दौरान यूकेडी के जनपद अल्मोड़ा प्रवक्ता केशव कांडपाल ने तीन मांगों पर विशेष ध्यान आकर्षित करते हुए कहा नगर की पेयजल व्यवस्था को लेकर जनता में काफी जन आक्रोश है जल संस्थान को पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा क्योंकि समय गर्मी का है जिस कारण पानी की बूंद बूंद के के लिए लोगों को तरसना पड़ रहा है सामाजिक कार्यकर्ता केशव ने कोसी डेम की हालत के बारे में भी अवगत कराया उन्होंने कहा कोसी डेम में कायी जम गई है और पानी बहुत गंदा हो गया है जो पीने योग्य नहीं रहा जिस कारण लोगों मैं अनेक प्रकार की बीमारियों का अंदेशा बना हुआ है क्योंकि पानी से ही मनुष्य जीवित रहता है क्योंकि कहा भी है जल है तो जीवन है परंतु इस प्रकार का दूषित जल पीने से लोगों को निकट भविष्य में अनेक प्रकार की बीमारियों से जूझना पड़ सकता है इसी संदर्भ में केशव ने जल संस्थान को सीधे शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल संस्थान गर्मियों के इस दौर में अगर जल व्यवस्था को दुरस्त नहीं करता है और कोसी जलाशय की गंदगी को स्वच्छ नहीं कराता है तो केशव समस्त कार्यकर्ताओं के साथ साथ क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जवाबदारी जल संस्थान की होगी केशव समय-समय पर अनेक जनहित की मांगे उठाते आ रहे हैं उन्होंने आज यह भी कहा की डिग्री कॉलेज के पास बने हुए एक छात्रावास का पानी जो क्षेत्रीय गांव से लगा हुआ है सीवर लाइन का पानी क्षेत्र में आने से कुछ निकटतम गांवों में बदबूदार पानी के नाले से यहां के नौलों और धारों यहां तक की उनके फल साग सब्जियों में जा रहा है जिस कारण क्षेत्रीय जनता में आक्रोश बना हुआ है उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन काफी समय से इसकी अनदेखी कर रहा है केशव ने कहा कि अगर समय रहते कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन इस बात को संज्ञान में नहीं लेते तो केशव को क्षेत्रीय जनता के साथ कथित छात्रावास के बाहर उग्र आंदोलन करने को भी विवश होना पड़ सकता है जिसकी जवाबदारी कॉलेज प्रशासन एवं जिला प्रशासन की होगी केशव ने एक और मांग के तहत हल्द्वानी अल्मोड़ा एनएच के संदर्भ में अभी उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है उन्होंने बार-बार प्रशासन को चेताया की जब से आपदा आई तब से अभी तक सड़क निर्माण का कार्य कछुए की गति से चल रहा है जो अपने आप में बहुत ही निराशाजनक है और साथ में उन्होंने यह भी कहा एक और पर्यटन का समय चल रहा है इस वक्त उत्तराखंड में काफी पर्यटक देश विदेश से आ रहे हैं ऐसे में रोड का ठीक से संचालन न होने के कारण लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है केशव ने चिंता जताते हुए कहा कि अगर कोई बीमारी एंबुलेंस के द्वारा इस एन एस से होकर गुजरता है तो हल्द्वानी पहुंचने से पहले ही उसके साथ क्या हो इसकी कोई गारंटी नहीं है क्योंकि रोड जहां-तहां टूटी है रोड में अनेक गड्ढे और पत्थर कंकड़ मिट्टी भरी हुई है जो आवाजाही के लिए कतई सुगम नहीं है मार्ग में क्वारब पुल की हालत भी बहुत ही दयनीय है यह काफी पुरानी पुल है जो कभी भी कभी भी भरभरा कर गिर सकती है यह एकमात्र ऐसा फूल है जो 2 जनपदों को आपस में जोड़ता है जो कि हमारा यह क्षेत्र सीमांत क्षेत्र से लगा हुआ है जिसमें आर्मी, एसएसबी, आई टी वी पी , सहित अनेक प्रकार के फोर्स इसी पुल के माध्यम से देश की सीमांत क्षेत्रों की रक्षा के लिए गुजरते हैं और जवानों के लिए राशन भी इसी पुल के माध्यम से जाता है किंतु इस पुल के प्रति ध्यान अभी तक प्रशासन का क्यों नहीं गया और अगर गया तो कार्य में इतना विलंब क्यों सरकार किस अनहोनी का इंतजार कर रही है इस बात को लेकर के सब काफी आहत नजर आए उन्होंने कहा है कि अगर यथाशीघ्र सड़क निर्माण का कार्य द्रुतगति से नहीं चलता है और यह रोड गड्ढे ठीक नहीं होते हैं तो केशव एंबुलेंस चालक सहित चालकों सहित काफी तादात में कार्यकर्ताओं के साथ और क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर क्वारब से लेकर खैरना मार्ग का घेराव करेंगे और वहां पर आंदोलन को विवश हो जाएंगे और अगर प्रशासन नहीं चेता तो केशव आमरण अनशन पर भी बैठ सकते हैं केशव ने प्रशासन से कह दिया है कि अगर फिर किसी प्रकार की कोई घटना घटित होती है तो इसकी पूरी जवाबदारी प्रशासन की होगी






