उत्तराखंड में आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों का अधिभार बढ़ा दिया है साथ ही नया माल अभी तक दुकानों में नहीं पहुंचा है लेकिन सेल्समैन उसका फायदा उठा रहे हैं ठेका संचालक दुकान में रखे पुराने प्रिंट रेट का माल अपने हिसाब के रेट पर बेच रहे हैं इस सेल्समैन मनचाहे दाम वसूल रहे हैं कई बार ग्राहकों के द्वारा इसका विरोध भी करते हैं लेकिन ठेका संचालकों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है। एक ऐसा ही मामला रुड़की का सामने आ रहा है ।यहां एक कस्टमर से प्रिंट रेट से ज्यादा दाम वसूले गए जिसमें ग्राहक ने बताया कि उसने दो बीयर और एक हाफ खरीदा है जो उसने हाफ़ खरीदा है उसका प्रिंट रेट ₹390 था लेकिन उसके बाद भी ₹400 लिए गए इतना ही नहीं जो दो बीयर उसमें खरीदी उसके उसने फोन के द्वारा 2 बोतलों के ₹360 लिए गए वहीं ग्राहक का कहना है कि बीयर की बोतलों पर ₹150 प्रिंट रेट छपा है लेकिन उससे एक बोतल से ₹180 लिए गए हैं सेल्समैन द्वारा एक बीयर की बोतल पर ₹30 अधिक वसूले जा रहे हैं बता दे कि ऐसा पहले भी हुआ है यह कोई पहला मामला नहीं है जिसमें संचालकों के द्वारा कस्टमर से ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं। जिसका कई बार कस्टमर के द्वारा विरोध भी किया गया लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी नींद में सोए हुए हैं। कहीं ऐसा तो नहीं है कि शराब के दुकानदार अधिकारियों की जेबें भर रहे हो इसलिए अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए बैठे हैं इस मामले में सीएम धामी को जरूर संज्ञान में लेकर कार्यवाही करनी चाहिए।वही राज्य में खनन माफियाओं के साथ शराब माफियाओं के हौसले बुलंदे हैं। खुलेआम खनन का और अवैध वसूली का खेल जारी है। ये बिना मिली भगत के संभव कैसे है? उत्तराखंड में एक ओर जहां खनन माफिया अवैध खनन कर अपनी जेबें भर रहे हैं तो दूसरी ओऱ ओर शराब माफिया मनचाहे दाम वसूल के ग्राहकों की जेब खाली कर रहे हैं। जब लोगों को लूटा जा रहा है और आवाज उठाने पर उन्हें ही दुकान से धक्के मार कर निकाल दिया जाता है। शराब पर ओवररेंटिंग के कई मामले सामने आ चुके हैं लेकिन संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है.सीएम धामी एक के बाद एक कर एक्शन ले रहे हैं। सीएम धामी कई विभागों के अधिकारियों की समीक्षा कर उनको दिशा निर्देश दे चुके हैं. आबकारी विभाग सीएम के पास है लिहाजा सीएम धामी से अपील की जाती है कि एक बार इन शराब के व्यापारियों पर भी लगाम कसी जाए और ओवररेटिंग कर ज्यादा दाम वसूलने वाले सैल्समैने पर भी कार्रवाई की जाए।






