आम लोगों की प्रायः यह धारणा है कि सिविल सेवा परीक्षा को उत्तीर्ण करना कठिन है, जोकि ठीक नहीं है। एक धारणा यह भी है कि इस परीक्षा को सिर्फ तथाकथित तेज-तर्रार अभ्यर्थी ही पास कर सकते हैं, जो कि गलत साबित होती रही है। यह परीक्षा खुद में विशिष्ट है, जिसे सिर्फ ज्ञान के सहारे उत्तीर्ण कर लेना असंभव सा है। अधिकारी बनाने का जज्बा, आत्मविश्वास, वर्षों की योजनाएं, निरंतर परिश्रम, धैर्य आदि का होना बेहद आवश्यक है। ज्ञान के साथ ये गुण जिस भी अभ्यर्थी में होंगे वह चाहे कमजोर भी हो उसकी सफलता की संभावनाएं बढ़ जाएँगी।कमज़ोर अभ्यर्थी भी कर लेंगे UPSC पास: टिप्स
बुद्धिमान एवं कमजोर अभ्यर्थियों में अंतर आने की वजह अभ्यर्थियों को मिलने वाली सुविधाएँ है, जिन अभ्यर्थियों को बेहतर परिस्थितियाँ मिलीं, अच्छा विद्यालय, अच्छे अध्यापक मिले। विषयों को सीखकर उन अभ्यर्थियों के ज्ञान में वृद्धि हो गई। जो अभ्यर्थी इन सुविधाओं से वंचित रहे ज्ञान में पर्याप्त वृद्धि नहीं कर पाए। यदि कमजोर अभ्यर्थियों में निम्नलिखित गुण हैं और उसे UPSC के लिहाज से सटीक मार्गदर्शन दिया जाए तो इनके भी सफल होने की सम्भावना कम नहीं होगी-
किसी भी अभ्यर्थी में चयनित होने का जज्बा, अध्ययन का जूनून, परीक्षा उत्तीर्ण करने का स्वयं में आत्म विश्वास होना चाहिए।
‘अभ्यास’ व्यक्ति को परिपक्व बना देता है। UPSC के लिहाज़ से अभ्यास अभ्यर्थी के लिए बहुत आवश्यक है। जिसकी छाप सफलता पर पड़ती है। रहीम द्वारा रचित दोहा भी इस बात की पुष्टि करता है-
“करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान ।
रसरी आवत-जात ते सिल पर परत निशान ॥”
अर्थात कठोर पत्थर पर रस्सी की बारम्बार रगड़ निशान डाल देती है, उसी प्रकार कमजोर अभ्यर्थी निरंतर अभ्यास से बुद्धिमान हो जाते हैं।
स्वयं की गलतियों से एवं दूसरों के अनुभवों से सीखने की प्रवृत्ति होनी चाहिए।
आशावादी होना चाहिए, भरोसा हो कि परीक्षा अवश्य उत्तीर्ण होगी भले ही समय थोड़ा अधिक लग जाए।
सफलता से दूरी कम हो जाती हैं, जिन भी अभ्यर्थियों में सृजनात्मकता, सकारात्मकता, निरंतरता एवं नया सीखने की जिज्ञासा जैसे मूल्य हैं।
निर्णयन क्षमता होनी चाहिए एवं उनके परिणामों का सामना करने का साहस होना चाहिए, आदि।
उक्त गुणों के साथ यदि अभ्यर्थी की तैयारी को उचित मार्गदर्शन मिल जाए तो उसकी सफलता तय है। ऐसे अनगिनत उदाहरण है कि Sanskriti IAS Coaching से मार्गदर्शन प्राप्त कमजोर एवं एवरेज अभ्यर्थियों ने सिविल सेवा परीक्षाओं में सफलताएँ सुनिश्चित की।

