हरिद्वार।
गुरुकुल कांगड़ी हेलिपैड आज किसान उत्साह और स्वागत के नारों से गूंज उठा, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आगमन हुआ। गन्ने का मूल्य ऐतिहासिक रूप से बढ़ाए जाने पर किसानों ने मुख्यमंत्री का फूल-मालाओं, पुष्प वर्षा और गन्ना भेंट कर ज़ोरदार सम्मान किया। इसी दौरान किसानों ने उन्हें स्नेह पूर्वक “किसान पुत्र” की उपाधि प्रदान की।
🌾 किसानों से मिले सम्मान पर मुख्यमंत्री ने जताया आभार
मुख्यमंत्री धामी ने किसानों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय अधिकारियों के इस अभूतपूर्व स्वागत पर कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए पूर्णतः समर्पित है। उन्होंने बताया कि किसानों की अपेक्षाओं व भावनाओं के अनुरूप गन्ने का समर्थन मूल्य ₹405 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो पिछले वर्ष से ₹30 की ऐतिहासिक बढ़ोतरी है।
✔ समय पर भुगतान प्राथमिकता—धामी
उन्होंने कहा कि चीनी मिलों द्वारा किसानों को उनकी उपज का समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जहां कहीं भुगतान या क्रय में ढिलाई दिखेगी, वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसान सम्मान निधि, MSP निर्धारण और त्वरित भुगतान जैसी नीतियों के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने पर निरंतर काम कर रही हैं।
🛣 लक्सर क्षेत्र में सड़क ऊंची करने की घोषणा
लक्सर क्षेत्र के गंगदासपुर में सड़क को ऊंचा करने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों को राहत देने की बात कही।
साथ ही इकबालपुर और सितारगंज की बंद पड़ी चीनी मिलों से उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाने का भरोसा दिलाया, जिससे किसानों को शीघ्र राहत मिल सके।
🙏 किसानों ने बताया — “किसान हितों की बड़ी जीत”
कार्यक्रम में उपस्थित किसानों और जनप्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में राज्य में किसान हित की नीतियों को गति मिली है।
प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि गन्ने के भाव में यह ऐतिहासिक बढ़ोतरी किसानों को बड़ी राहत देगी और सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की दिशा को और मजबूत करती है।
👥 कई जनप्रतिनिधि हुए उपस्थित
इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक मदन कौशिक, विधायक आदेश चौहान, विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, मेयर रूड़की अनिता अग्रवाल, उपाध्यक्ष/मेलाधिकारी सोनिका, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित सहित बड़ी संख्या में किसान और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
हरिद्वार में किसानों द्वारा दिया गया यह सम्मान न केवल गन्ना किसानों की खुशहाली का प्रतीक है, बल्कि राज्य सरकार की किसान-हितैषी नीतियों के प्रति उनके विश्वास को भी दर्शाता है।





