देश में कोरोना वायरस एक बार फिर कहर बरपाने को तैयार दिख रहा है। कोविड-19 के दो नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 की दस्तक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक चिंताजनक खबर सामने आई है—यहां कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक यह मौत शनिवार को दर्ज की गई, जबकि पिछले 24 घंटे में 108 जांचों में 5 लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक मरीज को छुट्टी मिलने के बाद भी सक्रिय मामलों की संख्या 38 पर पहुंच गई है।
महाराष्ट्र भी कोरोना के प्रकोप से अछूता नहीं रहा। ठाणे में शनिवार को एक युवक की मौत ने राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को सतर्क कर दिया है। मृतक को गंभीर हालत में 22 मई को छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल, कलवा में भर्ती किया गया था, जहां जांच के बाद उसकी रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव पाई गई।
उत्तराखंड के ऋषिकेश में भी दो कोरोना संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है और कहा है कि दोनों मरीज बाहरी राज्यों से संक्रमित होकर आए हैं।
देश के अन्य हिस्सों में भी खतरे की घंटी बज चुकी है। तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट्स की मौजूदगी दर्ज की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने NB.1.8 और LF.7 को ‘Variants Under Monitoring’ की श्रेणी में रखा है, हालांकि इन्हें अभी तक ‘Variants of Concern’ नहीं घोषित किया गया है। फिर भी एशिया और खासतौर पर चीन में कोविड मामलों में तेजी के पीछे इन्हीं वेरिएंट्स को जिम्मेदार माना जा रहा है।
INSACOG के अनुसार, भारत में इस समय सबसे ज्यादा प्रचलित वेरिएंट JN.1 है, जो जांचे गए सैंपलों में 53% तक पाया गया है। इसके बाद BA.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट्स (20%) का स्थान है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क पहनें, भीड़ से बचें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं। सतर्कता और सावधानी ही इस खतरे से बचने का सबसे कारगर तरीका है।

