हल्द्वानी दिनांक 10/6/2025
यहां वरिष्ठ पत्रकार गुरमीत सिंह को मिला
“भारतीय गौरव सम्मान”
एक नजर गुरमीत सिंह जी के द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन पर –
🕯️ गुरमीत सिंह: पत्रकारिता, सेवा और आध्यात्मिकता का त्रिवेणी संगम
“जब शब्दों से समाज बदलता है और सेवा से इंसानियत जगती है, तब एक व्यक्ति का जीवन मिशन बन जाता है।”
यह पंक्तियाँ उस व्यक्तित्व पर सटीक बैठती हैं जिन्होंने अपने जीवन को समाज, सत्य और सेवा के लिए समर्पित कर दिया — हम बात कर रहे हैं गुरमीत सिंह जी की। वे एक वरिष्ठ पत्रकार होने के साथ-साथ एक निस्वार्थ सेवक और आध्यात्मिक विचारधारा से ओतप्रोत व्यक्ति हैं।
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🖋️ पत्रकारिता का पथ: सच्चाई की मिसाल
उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर से संबंध रखने वाले गुरमीत सिंह जी ने पत्रकारिता में एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने अपने कलम की ताकत से समाज के उन पहलुओं को उजागर किया जो अक्सर अनदेखे रह जाते हैं।
उनकी पत्रकारिता की विशेषताएँ हैं:
सच्चाई के प्रति निर्भीक प्रतिबद्धता,
सामाजिक अन्याय के विरुद्ध सशक्त आवाज़,
और बदलाव के लिए प्रेरक दृष्टिकोण।
उनका स्पष्ट मानना है कि:
“पत्रकारिता का उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पीड़ितों की आवाज़ बनना है।”
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💉 कोरोना काल में मानव सेवा: जीवन को समर्पित कर्म
जब देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा था, तब गुरमीत सिंह जी ने सिर्फ पत्रकारिता ही नहीं की, बल्कि मानव सेवा की एक जीवंत मिसाल बन गए।
उन्होंने अपनी सीमाओं से आगे बढ़कर अनेक ज़रूरतमंदों की सहायता की:
और ऐंबुलेंस की व्यवस्था कर गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुँचाया,
आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों को राशन और भोजन पहुँचाया,
गुरुद्वारों और सेवा संस्थाओं के साथ मिलकर लंगर सेवा व राहत कार्यों में भाग लिया,
और यह सब बिना प्रचार के, पूरी निष्ठा और करुणा के साथ किया।
उनकी यह भावना सिद्ध करती है कि एक पत्रकार सिर्फ सूचना वाहक नहीं, बल्कि समाज का सच्चा सेवक भी होता है।
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🛕 आध्यात्मिक जीवन: आत्मा की शक्ति
गुरमीत सिंह जी केवल कर्मयोगी नहीं, बल्कि एक गहरे आध्यात्मिक और धार्मिक विचारधारा के व्यक्ति भी हैं।
वे प्रतिदिन सत्संग, पाठ और अरदास करते हैं। उनका जीवन सिख धर्म और गुरबाणी की शिक्षाओं से अनुप्राणित है।
उनका मानना है कि:
> “सेवा और ध्यान का संगम ही जीवन को संतुलित और सार्थक बनाता है।”
उनकी आध्यात्मिकता ने उन्हें कठिनतम समय में भी संयमित, दयालु और दृढ़ बनाए रखा।
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🏆 सम्मान और पहचान: “भारतीय गौरव सम्मान”
उनके द्वारा किए गए कार्यों की मान्यता स्वरूप The Fair Vision Foundation ने उन्हें “भारतीय गौरव सम्मान” से सम्मानित किया।
यह सम्मान उनके:
पत्रकारिता में सच्चाई और सामाजिक चेतना,
कोविड काल में मानवीय सेवा,
और धार्मिक एवं नैतिक जीवन मूल्यों के प्रति समर्पण को उजागर करता है।
यह सम्मान सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि उस विचारधारा का सम्मान है जो सेवा, सत्य और अध्यात्म में विश्वास रखती है।
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🌟 प्रेरणा हम सभी के लिए
गुरमीत सिंह जी का जीवन एक प्रकाशस्तंभ की तरह है।
उनसे हम यह महत्वपूर्ण जीवन पाठ सीख सकते हैं:
1. सच्चाई से कभी समझौता न करें — चाहे कितनी भी कठिनाई क्यों न हो।
2. सेवा सबसे बड़ा धर्म है — विशेषकर संकट के समय।
3. आध्यात्मिकता से जीवन को संतुलित करें — तभी मनुष्य संपूर्ण बनता है।
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🙏 नमन उस व्यक्तित्व को…
हम गुरमीत सिंह जी को नमन करते हैं —
एक सच्चे पत्रकार, एक निस्वार्थ सेवक और एक आध्यात्मिक योद्धा के रूप में।
उनका जीवन आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है और समाज के लिए एक मार्गदर्शन।
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✍️ लेखक:
डाक्टर मदन मोहन पाठक वरिष्ठ पत्रकार






