अल्मोड़ा, 11 दिसंबर 2025
सेवा इंटरनेशनल उत्तराखंड ने किशोरियों के स्वास्थ्य, जागरूकता और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए राजकीय इंटर कॉलेज चौरा, अल्मोड़ा में मासिक धर्म स्वच्छता प्रशिक्षण एवं रियूजेबल सैनिटरी नेपकिन किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। “SHE परियोजना” के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम ने विद्यालय की 75 छात्राओं को स्वास्थ्य से जुड़ी सही जानकारी और टिकाऊ मासिक धर्म प्रबंधन का विकल्प प्रदान किया।
स्वास्थ्य—स्वच्छता और आत्मविश्वास पर विशेष फोकस
कार्यक्रम की मुख्य प्रशिक्षक प्रियंका बहुगुणा ने मासिक धर्म से जुड़ी स्वच्छता, सावधानियों, वैज्ञानिक तथ्यों और आम भ्रांतियों पर खुलकर चर्चा की। उनके सरल और सहज प्रशिक्षण ने छात्राओं को अपनी झिझक दूर कर स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर 75 छात्राओं को पर्यावरण–हितैषी रियूजेबल सैनिटरी नेपकिन किट उपलब्ध कराई गईं, जो ग्रामीण क्षेत्रों की छात्राओं के लिए एक सुरक्षित, किफायती और टिकाऊ विकल्प साबित होंगी।
प्रधानाचार्य ने दी ‘शिक्षा और स्वास्थ्य के संगम’ की संज्ञा
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री नवनीत भट्ट ने सेवा इंटरनेशनल की इस मुहिम की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा—
“यह पहल न केवल छात्राओं के स्वास्थ्य को मजबूत कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास के साथ विद्यालय आने और खुलकर सीखने के लिए भी प्रेरित कर रही है। यह शिक्षा और स्वास्थ्य का सुंदर संगम है।”
कार्यक्रम में सेवा इंटरनेशनल के जिला कार्यक्रम प्रबंधक एम.एस. रावत और फैलो भविष्य शर्मा भी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्राओं को स्वच्छता, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता से जुड़े महत्वपूर्ण संदेश देते हुए परियोजना के व्यापक उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
तीन विद्यालयों में विस्तार—किशोरियों को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम
सेवा इंटरनेशनल उत्तराखंड की “SHE” परियोजना अल्मोड़ा जनपद में व्यापक रूप से प्रभावी भूमिका निभा रही है। राजकीय इंटर कॉलेज चौरा के साथ-साथ संस्था जी.जी.आई.सी जलना और पी.एम. श्री राजकीय इंटर कॉलेज शहरफाटक में भी मासिक धर्म स्वच्छता प्रशिक्षण, आत्मविश्वास आधारित गतिविधियाँ और निःशुल्क शौचालय निर्माण का कार्य निरंतर जारी है।
ये सभी प्रयास किशोरियों को स्वस्थ, जागरूक और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस तरह सेवा इंटरनेशनल उत्तराखंड की SHE परियोजना ग्रामीण किशोरियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का माध्यम बन रही है—स्वास्थ्य, स्वच्छता और समान अवसरों की दिशा में एक प्रेरक पहल।






