बड़ी खबर उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा के दौरान एक बार फिर हवाई सुरक्षा पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा मार्ग पर एक बड़ा हादसा टल गया, जब क्रिस्टल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का एक हेलीकॉप्टर तकनीकी खराबी के चलते अचानक इमरजेंसी लैंडिंग के लिए मजबूर हो गया। यह हेलीकॉप्टर यात्रियों को लेकर सिरसी हेलीपैड से उड़ा था, लेकिन उड़ान भरते ही तकनीकी दिक्कत सामने आई, जिसके बाद पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सड़क पर सुरक्षित लैंडिंग की।
इस हेलीकॉप्टर में कुल छह लोग सवार थे और राहत की बात यह रही कि सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं। हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। मौके पर मौजूद अधिकारियों और यात्रियों ने पायलट के त्वरित निर्णय की सराहना की, जिसने एक संभावित बड़े हादसे को टाल दिया।
गौरतलब है कि यह घटना ऐसे समय में हुई है जब उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे पहले 8 मई 2025 को उत्तरकाशी के गंगनानी में एयरोट्रांस सर्विस प्रा. लि. का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें पायलट सहित 6 तीर्थयात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं 17 मई 2025 को केदारनाथ धाम में पिनेकल कंपनी की एक एयर एम्बुलेंस की क्रैश लैंडिंग हुई थी, जिसमें दो चिकित्सक सवार थे।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने यात्रा की हवाई सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तीर्थयात्रियों और उनके परिजनों के बीच चिंता बढ़ रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन और संबंधित एविएशन कंपनियां इन घटनाओं से सबक लेकर सुरक्षा प्रबंधन में किस हद तक सुधार करती हैं।
प्रशासन से मांग की जा रही है कि हेलीकॉप्टर सेवाओं की नियमित निगरानी की जाए और तकनीकी जांच में कोई ढिलाई न बरती जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्तिन हो।






