अल्मोड़ा यहां विधानसभा क्षेत्र में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता /पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा विधानसभा अल्मोडा के विभिन्न कालेजों के शिक्षकों/कर्मचारियों को कोरोना काल में शिक्षा के क्षेत्र में दिये गये योगदान तथा विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय बन्द होने से उत्पन्न तनाव व आन-लाईन शिक्षा की नई तकनीक लागू होने के बाउजूद भी शिक्षा जारी रखने के लिये की गयी कठोर मेहनत के लिये उन्हें लगातार पृथक-पृथक चरणों में उनके मनोबल को बढाने तथा उन्हें प्रेरित करने के लिये सम्मानित किया जा रहा है। आज उनके द्वारा महर्षि विद्या मन्दिर अल्मोडा के 70 छात्र-छात्राओं,शिक्षकों/कर्मचारियों को सम्मानित किये जाने के लिये कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में श्री कर्नाटक ने सभी शिक्षकों /कर्मचारियों तथा छात्रों का स्वागत, अभिनन्दन किया । सर्वप्रथम उनके द्वारा शिक्षकों /कर्मचारियों को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट किये तद्पश्चात बोर्ड परीक्षा के मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल से सम्मानित करते हुये अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया । शिक्षकों तथा उपस्थित अभिभावकों ने पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक का धन्यबाद किया कि जहां उनके द्वारा कोरोना काल में सामाजिक कार्यो में अहम भूमिका निभाई वहीं अब शिक्षकोें तथा विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं । प्रधानाचार्य ने अपने वक्तव्य में कहा कि श्री कर्नाटक जी द्वारा अल्मोडा के महर्षि विद्या मन्दिर जैसे प्राइवेट विद्यालय का चयन कर शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को सम्मानित करने का जो कार्यक्रम आयोजित किया गया वे सराहनीय है तथा इस पुनीत प्रेरणादायक कार्य के लिये उनका आभार व्यक्त करते हैं । उन्होनंे कहा कि शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित किये जाने का यह प्रथम कार्यक्रम है इससे पूर्व ऐसे कार्यक्रम उनके विद्यालय में कभी आयोजित नहीं हुये, जिससे उनके विद्यालय परिवार को बहुत खुशी प्राप्त हुई और वे अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं ।
श्री कर्नाटक ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना महामारी में आनलाईन शिक्षा एक चुनौती थी जिसे विद्यार्थियों के भविष्य के लिये शिक्षकों ने स्वीकार किया और विद्यार्थियों तक आनलाईन शिक्षा पहंुचाने के लिये गुरूजनों का बहुत बडा त्याग व मेहनत है । उन्होंने कहा कि गुरूजन शिक्षण के साथ-साथ विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने के साथ ही उनमें अच्छे नैतिक मूल्यों और आदर्शो का विकास भी करते हैं । साथ ही शिक्षक अपने छात्रों के व्यक्तित्व को समान रूप से सुधारने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, उन्हें सकारात्मक रूप से प्रभावित करने और हर कदम पर प्रोत्साहित करने के तरीके ढूढ़ते हैं ताकि उन्हें अच्छी शिक्षा के साथ-साथ आदर्श छात्र भी बनाया जा सके । जिसके लिये वे सदैव गुरूजनों का बहुत सम्मान करते हैं । छात्रों को सम्बोधित करते हुये श्री कर्नाटक ने कहा कि विद्यार्थियों ने आन-लाईन पढाई कर बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर अपने गुरूओं तथा अपने माता पिता के गौरव को बढाया है । उन्होंने छात्रों से कहा कि यदि तुम्हें अपने गुरूजनों,माता-पिता,अपने राज्य व देश का नाम रोशन करना है तो आप अपने अवगुणों का त्याग करें ,कड़ी मेहनत से पढ़ें तो सफलता अवश्य मिलेगी तथा आलस्य,नशा एवं कुसंगति से दूर रहने के साथ ही एकाग्रचित्त होकर समर्पित रूप से अध्ययन करें और लक्ष्य निर्धारण के साथ पढ़ें ।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुये कहा कि अपने जीवन को सुखी बनाने के लिये कठिन परिश्रम कर आगे बढें तथा अनुशासित रहें क्योंकि यदि विद्यार्थियों में अनुशासन की आदत हो जाती है तो निश्चित रूप से उसे बेहतर शिक्षा प्राप्त करने की राह मिल जाती है । इससे विद्यार्थियों का चहुंमुखी विकास होता है साथ ही आगे चलकर आप देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं । इस अवसर पर मुख्य रूप ,रश्मि काण्डपाल , ग्राम प्रधान मटेला अधार गौरव काण्डपाल, डा.करन कर्नाटक,हेम चन्द्र जोशी,किरन कोरंगा,अंजलि राठौर,प्रकाश मेहता, धीरज बिष्ट,रोहित बिष्ट आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन दिव्या पाटनी एवं हर्षिता तिवारी द्वारा किया गया

