अल्मोड़ा- यहां एक बैठक में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद का समर्थन करने का निर्णय किया है पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले सभी संगठनों, व्यक्तियों को एकजुट कर प्रभावी ढंग से भारत बंद में शामिल होने के लिए प्रयास किए जाएंगे। तिवारी ने कहा कि सम्पूर्ण उत्तराखंड सरकारों की नीतियों से कृषि क्षेत्र भारी परेशानी झेल रहा है जिसके खिलाफ उत्तराखंड में सशक्त भू कानून की मांग तेजी से बढ़ रही है ।
उपपा के केंद्रीय कार्यालय में हुई बैठक में पार्टी ने कहा को देश का किसान पिछले 9 माह से जाड़ा, गर्मी, बरसात व सरकारी निरंकुशता, कुप्रचार का सामना करते हुए संघर्ष में है। पर पूंजीपतियों के हित में काम कर रही सरकार किसानों की उपेक्षा कर देश को अराजकता के दलदल में धकेल रही है जो राष्ट्र हित में नहीं है।
उपपा ने कहा कि 27 सितंबर को आयोजित बंद को देश में मज़दूरों, जन संगठनों, व्यापारियों का समर्थन मिल रहा है। उपपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद उत्तराखंड में पूंजीपतियों, माफियाओं, नौकरशाहों, राजनैतिक प्रभुओं के नापाक गठबंधन ने कृषि क्षेत्र को तबाह कर राज्य की ज़मीन, प्राकृतिक संसाधनों को निर्मम छूट दी है जिसके चलते राज्य में बेरोज़गारी चरम पर है। उन्होंने कहा कि पार्टी 27 सितंबर के बंद में इस सवाल को भी केंद्रीय सवाल बनाएगी। बैठक में पार्टी की केंद्रीय सचिव आनंदी वर्मा, धीरेन्द्र मोहन पंत, नगर अध्यक्ष हीरा देवी, उपाध्यक्ष सरिता मेहरा, मीना, एड. नारायण राम, एड. मनोज पंत, गोपाल राम, किरन आर्या, ललित सिंह बजेली, राजू गिरी, भारती पांडे व दीपांशु पांडे समेत अन्य लोग उपस्थित थे।