अल्मोड़ा जनपद में एक अप्रिय समाचार सामने आ रहा है यहां जंगल में आग बुझाने में एक युवक की मौत का समाचार सामने आ रहा है। यों तो प्रत्येक वर्ष जंगलों में आग लगने की घटनाएं प्रातः आम हो गई है, प्रायः कितने प्रयासों के बाबजूद आग लगने का सिलसिला जारी है।एक ताजा घटनाक्रम में सोमेश्वर वन रैंज के ग्राम खाईकट्टा मे चालीस वर्षीय महेन्द्र सिंह की आग बुझाते समय बुरी तरह झुलस जाने से मौत हो गई । गांव मे आग बुझाने के लिये अन्य लोग भी गये थे किन्तु महेन्दर अलग दिशा की तरफ चला गया ग्रामीणों को उलके झुलस जाने का अंदेशा तब हुवा जब वह लौट कर घर नही आया जब ग्रामीणों ने उसकी खोजबीन की तो जंगल मे उसका अधजला शव मिल गया । शव का पन्चनामा भरकर उसे पोस्ट्रमास्ट्रम करने के बाद परिजनों को सौप दिया है । बनाधिकारी दीपक सिंह के अनुसार यह आग बन पंचायत मे लगी थी , उन्हे आग लगने की सूचना विलंम्ब से पता चली । महेंद्र की इस आकस्मिक मौत से उनके परिजनों में हड़कंप मच गया, उन्होंने सरकार से आवश्यक कार्रवाई के लिए निवेदन किया है। यहां बड़ा सवाल ये है कि पूरे प्रयास करने के बाबजूद आग लगने की घटनाएं नियंत्रण में क्यों नहीं आ पा रही यह यक्ष प्रश्न सभी के मन में है।

