सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी लगातार इस सिलसिले में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यह दवा दुनिया के जिस भी कोने में भा उपलब्ध हो, उसे तुरंत भारत लाया जाए. उनके निर्देश के बाद दुनिया भर में फैले भारतीय दूतावास अपने-अपने देशों में उपलब्ध इस दवा को भारत भेजने में जुट गए हैं. इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का असर देखने में मिला है. इसके लिए अमेरिका की गलियड साइंसेज नाम कंपनी से मदद मिली है