अल्मोड़ा वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य पंडित डाक्टर मदन मोहन पाठक ने बताया कि संकष्टहर चतुर्थी का पावन दिन इस बार 17/1/2025 को पड़ रहा है।जो व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति से भगवान श्री गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं, उनके सारे संकट दूर होते हैं, घर में ऋद्धि सिद्धि का निवास होता है,कर्ज से मुक्ति मिलती है। गणेश जी की पूजा विधि इस प्रकार है —
इस दिन प्रातःकाल स्वच्छ जल से स्नान करने के बाद के बाद स्वच्छ एवं हरे रंग के वस्त्र धारण करें, और व्रत यानी उपवास का का संकल्प लें। पूजा स्थल को शुद्ध करें ,और भगवान गणेश की अष्ट धातु की मूर्ति को पवित्र स्थान घर के मंदिर पर स्थापित करें। भगवान गणेश को दुर्वा, फूल, शमी पत्र ,चंदन और तिल से बने लड्डू अर्पित करें। पूजा के दौरान दीपक जलाएं और भगवान गणेश के मंत्र “ॐ गं गणपतये नमः” , श्री सिद्धिविनायकाय नमः इस मंत्र का जाप करें। पूजा के बाद गणेश आरती करें ,और तिल व गुड़ से बने प्रसाद का भोग लगाएं। रात्रि में जब चंद्रमा निकले चंद्रमा को देखकर जल से अर्घ्य अर्पित करें ,ॐ चंद्रमसे नमः इस मंत्र का जाप करें।और भगवान गणेश से अपने परिवार के सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्रार्थना करें। चंद्र दर्शन के बाद व्रत का पारण करें और प्रसाद ग्रहण करें। कहते हैं कि आज के दिन परिवार के सदस्यों के नाम से गणेश जी को अष्टोत्तर यानी 108 तिल,108 दूब,108 अक्षत 108 बेलपत्र चढ़ाने से आपकी और आपके परिवार की मनोकामना पूरी होती है और घर पर सुख शांति समृद्धि ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। मनुष्य ऋण मुक्त होकर धन धान्य से परिपूर्ण होता है।

