📍 अल्मोड़ा, 16 जून 2025
अल्मोड़ा जिले में प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। एक ही स्थान पर वर्षों से जमे हुए 72 पटवारियों के एक साथ तबादले किए गए हैं। यह निर्णय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के अनुपालन में लिया गया है, जिसमें प्रशासनिक पारदर्शिता एवं दक्षता को प्राथमिकता दी गई है।
जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्व उप निरीक्षक सेवा नियमावली 2013 (संशोधित 2015) के अंतर्गत कोई भी पटवारी एक ही पटवारी क्षेत्र में तीन वर्ष एवं एक परगना में अधिकतम पाँच वर्ष से अधिक समय तक नहीं रह सकता।
🚨 कई शिकायतें बनीं कार्रवाई का आधार
जिलाधिकारी ने बताया कि लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात रहने वाले कई पटवारियों के खिलाफ जनशिकायतें मिल रही थीं, जिसमें उनके कामकाज में ढिलाई, पक्षपात और स्थानीय स्तर पर दबदबा बनाए रखने की बात सामने आ रही थी।
“नियमावली और जनहित दोनों को ध्यान में रखते हुए 72 पटवारियों का स्थानांतरण किया गया है,” – जिलाधिकारी श्री पांडेय।
🏛️ मुख्यमंत्री के निर्देशों का सख्त अनुपालन
गौरतलब है कि हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजस्व एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं में पारदर्शिता लाने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जो भी कर्मचारी एक ही स्थान पर वर्षों से कार्यरत हैं, उनका तत्काल स्थानांतरण किया जाए।
यह कदम सरकार की “शासन में स्थायित्व नहीं, सुधार” की नीति को दर्शाता है।
📊 प्रभाव और निष्कर्ष
यह फैसला अल्मोड़ा प्रशासन के लिए न केवल एक प्रशासनिक सुधार है, बल्कि यह संदेश भी है कि सरकार सुस्त और जमे हुए सिस्टम को हिलाने को तैयार है।
🔸 इससे प्रशासनिक कार्यों में गति आएगी
🔸 जनता की शिकायतों में कमी आएगी
🔸 क्षेत्रीय संतुलन सुनिश्चित होगा
📌 इस बंपर तबादले को प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रशासनिक दृष्टिकोण से उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है।

