कोरोना वायरस का एयरोसोल 10 मीटर की दूरी तय कर सकता है.
कोरोना वायरस कैसे फैलता है, इसे लेकर तमाम तरह की रिसर्च सामने आई हैं. इन रिसर्च के आधार पर ही केंद्र सरकार ने ‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ का फार्मूला ईजाद किया. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार इस फार्मूले को मूल मंत्र के तौर पर लोगों को अपनाने को कहा. लेकिन भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन ने यह बताकर चौंका दिया है कि कोरोना वायरस का एयरोसोल (महीन कण) 10 मीटर की दूरी तय कर सकता है.
इसस पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), प्रसिद्ध मेडिकल जर्नल लैंसेट और अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ भी वायरस के हवा से फैलने की बात कह चुके हैं. देश में संक्रमण की दूसरी लहर के बीच प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि रोकथाम के लिए डबल मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन पर ध्यान देना जरूरी है.

