महिला कल्याण विभाग के अन्तर्गत बख में 423.92 लाख रू0 से बने राजकीय उत्तररक्षा आश्रय गृह (किशोरी) का लोकार्पण महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के पहले उत्तररक्षा गृह के बन जाने से अब 18 वर्ष से ऊपर की किशोरी सदन की बच्चियों की रहने की सुविधा होगी जिसमें रहने के साथ-साथ पढाई की व्यवस्था भी रहेगी। इससे पूर्व उन्हें यहॉ से बाहर भेजा जाता था। उन्होंने कहा कि ऐसी किशोरियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के साथ-साथ उन्हें शिक्षा व स्वरोजगार की दिशा में आगे बढाना इसका मकसद है। मा0 मंत्री ने कहा कि ऐसी बच्चियों की चिन्ता करते हुए सरकार ने उन्हें पॉच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण भी दिया है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग द्वारा करायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और उपस्थित लोगों से इनका लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जहॉ कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों को संरक्षक बन कर तीन हजार रू0 प्रति माह मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अन्तर्गत दिये जा रहे है।
इस दौरान विशिट अतिथि के रूप में उपस्थित विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि महिला कल्याण विभाग 18 वर्ष से ऊपर अनाथ बालिकाओं के लिए बनाया गया उत्तररक्षा गृह सराहनीय कदम है। 18 वर्ष से ऊपर की बेसहारा बालिकाओं को इससे संरक्षण मिलेगा। उन्हांेने कहा कि सरकार ने बेसहारा बालिकाओं की चिन्ता करते हुए उत्तररक्षा गृह का निर्माण किया है जिससे कई बच्चियों को फायदा मिलेगा। इस दौरान उन्होंने भवन का निरीक्षण भी किया। इस कार्यक्रम में मुख्य परीवीक्षा अधिकारी मोहित चौधरी, जिला परीवीक्षा अधिकारी राजीव नयन तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 रविन्द्र चन्द्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी पीताम्बर प्रसाद के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

