भवाली -घोड़ाखाल गोलू देवता के मंदिर में एक अज्ञात भक्त द्वारा पंद्रह सौ किलो वजन की घंटियां चढ़ाई गई हैं। एक घंटी का वजन पचास किलो है और इनकी संख्या तीस है और कुल वजन पंद्रह सौ किलो है । समझने वाली बात यह है कि गोलू देवता के मंदिर में श्रद्धा पूर्वक की गई पूजा और मांगी गई मन्नत पूरी होती है किसी भगत की मन्नत पूरी होने पर घंटी चढ़ाई जाती है गोलू दरबार में अनगिनत घंटियां भक्तों द्वारा मन्नत पूरी होने पर चढ़ाई गई हैं इसी क्रम में ऐसा प्रतीत होता है किसी भक्त की मनोकामना पूर्ण हुई है उस भक्त ने अपना नाम सेयर ना करते हुए अपने श्रद्धासुमन स्वरुप घंटियां गोलू देवता को अर्पित की हैं धन्य हैं गोलू देवता और धन्य है ऐसे भक्त

