जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सीमा पर अब तक संघर्ष विराम जारी है, जो एक सकारात्मक संकेत है। लेकिन ड्रोन का उपयोग करके हथियारों और गोला-बारूद के जरिए घुसपैठ की जा रही है जो कि शांति के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यदि आंतरिक शांति प्रक्रिया बाधित होती है, तो हम वास्तव में यह नहीं कह सकते कि युद्धविराम अब तक जारी है। युद्धविराम का मतलब यह नहीं है कि आप सीमाओं पर संघर्ष विराम करें और भीतरी इलाकों में घुसपैठ करें। रावत ने कहा कि मुझे पता है कि जम्मू-कश्मीर के लोग खुद शांति स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में बहुत सारे आतंकवाद और उग्रवाद देखे हैं। लोग अब शांति की वापसी की ओर देख रहे हैं, खासकर अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से उनकी उम्मीदें और बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो समय आएगा, जब लोग खुद हिंसा से दूर हो जाएंगे और घाटी में उग्रवाद नहीं होने देंगे, क्योंकि स्थानीय लोगों के समर्थन के बिना उग्रवाद और आतंकवाद जीवित नहीं रह सकते। इसमें क्षेत्रीय लोग अगर हिंसा के मार्ग से दूर चले जाते हैं वो दिन दूर नहीं जब जम्मू कश्मीर में अमन चैन का माहौल होगा।

