मानव जीवन में शारीरिक मानसिक तनाव की नाना प्रकार की समस्याओं को दूर करने का एक ही रामवाण तरीका है है वह है योग वैज्ञानिक भी योग के महत्व पर विश्वास करते हैं इसी क्रम में सम्पूर्ण विश्व ने योग के महत्व को समझते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की हर वर्ष इक्तीस जून को यह दिवस मनाया जाता है । भारतीय संस्कृति में योग का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है यह आदिकाल से हमारी से अभिन्न रुप से शामिल है । श्री कृष्ण श्री राम योग के माध्यम से क्रमश बारह कला, एवं सौलह कला के अवतार माने जाते हैं ।योग हमें जहां स्वस्थ रखता है वहीं हमें जोड़ के रखता है अनुशासित रखता है।आदिकालीन ऋषि मुनि योग के द्वारा सूक्ष्म और कारण शरीर से असंभव को संभव कर देते थे। योग की उत्पत्ति प्राचीन समय में, योगियों द्वारा भारत में हुई थी। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द से हुई है, जिसके दो अर्थ हैं – एक अर्थ है; जोड़ना और दूसरा अर्थ है – अनुशासन। योग का अभ्यास हमें शरीर और मस्तिष्क के जुड़ाव द्वारा शरीर और मस्तिष्क के अनुशासन को सिखाता है। यह एक आध्यात्मिक अभ्यास है, जो शरीर और मस्तिष्क के संतुलन के साथ ही प्रकृति के करीब आने के लिए ध्यान के माध्यम से किया जाता है। यह पहले समय में, हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों द्वारा किया जाता था। यह व्यायाम का ही एक अद्भुत प्रकार है, जो शरीर और मन को नियंत्रित करके जीवन को बेहतर बनाता है। योग हमेशा स्वस्थ जीवन जीने का एक विज्ञान है। यह एक दवा की तरह है, जो हमारे शरीर के अंगों के कार्यों करने के ढ़ंग को नियमित करके विभिन्न बीमारियों को धीरे-धीरे ठीक करता है। वास्तव में, योग वह क्रिया है, जो शरीर के अंगों की गतिविधियों और सांसों को नियंत्रित करता है। यह शरीर और मन, दोनों को प्रकृति से जोड़कर आन्तरिक और बाहरी ताकत को बढ़ावा देता है। यह केवल शारीरिक क्रिया नहीं है, क्योंकि यह एक मनुष्य को मानसिक, भावनात्मक और आत्मिक विचारों पर नियंत्रण करने के योग्य बनाता है। इसका अभ्यास लोगों के द्वारा किसी भी आयु में किया जा सकता है, जैसे- बचपन, किशोरावस्था, वयस्क या वृद्धावस्था। इसके लिए नियंत्रित सांस के साथ सुरक्षित, धीमें और नियंत्रित शारीरिक गतिविधियों की आवश्यकता होती है। आज के प्रदुषण युक्त समाज में योग का विशेष महत्व है इसके नियमित सेवन से शरीर स्वस्थ होता है और मन प्रसन्न रहता है तनाव कम होता है और चिंता दूर होती है। आइए आज योग दिवस पर संकल्पित होकर आज से नियमित (दैनिक) योग करने का संकल्प लें।

