श्रीनगर गढ़वाल। कीर्तिनगर के हिंसरियाखाल, पाटाखाल व अकरी क्षेत्र की करीब 90 बस्तियों में लक्षमोली-हडिमधार पेयजल योजना से गंदे पानी की आपूर्ति होने व योजना में फिल्टर पंप लगाए जाने की मांग को लेकर क्षेत्र के लोगों ने लामबंद होकर धरना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में पांच वर्षों से बिना फिल्टर के पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिससे गंभीर बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना हुआ है। कहा जब तक इस मामले में उचित कार्यवाही नहीं होती है तब तक धरना जारी रहेगा। उपेक्षा पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। युवा जन संघर्ष मंच हिंसरियाखाल-पाटाखाल क्षेत्र के बैनर तले मायादेवी खाल स्तिथ रामलीला मैदान में आयोजित धरने के दौरान लोगों ने नियमित पेयजल आपूर्ति न होने, टैंकों की सफाई न होने, गांवो में वितरण व्यवस्था सही न होने, लाइन में बतौर फीटर काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित व सम्मानजनक रूप से वेतन न मिलने, त्यूना गदेरे के पानी को योजना से टेप न करने पर भी रोष जताया। लोगों ने कहा कि लंबे समय से उक्त मांगो को लेकर अधिकारियों व शासन प्रशासन को ज्ञापन दिए जा रहे हैं, बावजूद क्षेत्र की घोर उपेक्षा की जा रही है। जिसके कारण लोगों को धरना प्रदर्शन के लिए विवश होना पड़ रहा है।
ये रहे मौजूद- इस मौके पर मंच के अध्यक्ष अजय सेमवाल, सचिव राहुल बंगवाल, बद्री प्रसाद सेमवाल, अनुज पुन्डोरा, प्रधान प्रतीक्षा लिंगवाल, प्रधान वीरेंद्र बंगवाल, प्रधान सुनय कुकशाल, सजनी देवी, विधाता देवी, पूनम देवी, गिरीश उनियाल, रामस्वरूप उनियाल, मधुसूदन बंगवाल, अनंतराम सेमवाल, मनोज कुमार, संजय उनियाल, तारादत्त बंगवाल, राहुल मंद्रवाल, मकान सिंह, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य वेद प्रकाश बडोनी, पूर्व प्रधान सुरेश, रविन्द्र सिंह, नैन सिंह, श्याम सिंह, रामदयाल, गोविंद लाल, राम सिंह, जगदीश प्रसाद, खि़लानंद, नत्थी राम उनियाल आदि मौजूद रहे।
ईई ने दिया लिखित आश्वासन
श्रीनगर गढ़वाल। युवा जन संघर्ष मंच के धरने को देखते हुए एवं विधायक विनोद कंडारी के निर्देश पर जल संस्थान के ईई अजय पाल, एई अनीश पिल्लई व जेई के साथ धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान ईई ने चार महीने के अंदर फिल्टर ट्रीटमेंट प्लांट की डीपीआर तैयार कर स्वीकृति हेतु उचित पटल पर भेजे जाने, टैकों की सफाई व दवाई डालने का कार्य 21 जुलाई से शुरू करने, त्यूना गदेरे का पानी टेप करने, आई वेल को ऊपर से ढकने एवं फीटरों को नियमित व सम्मानजनक वेतन दिए जाने का लिखित आश्वासन दिया। इस मामले में लोगों ने विधायक की ओर से भी आश्वासन दिए जाने की मांग की।

